हेमोग्राम टेस्ट: जानें कीमत, प्रक्रिया और उद्देश्य Haemogram Test Cost, Procedure and  Purpose in Hindi

आज के आधुनिक दौर में मेडिकल विज्ञान तेजी से विकास कर रहा है और नए-नए उपकरण और प्रक्रिया विकसित कर रहा है, जिसकी मदद से गंभीर से गंभीर रोगों का निदान संभव हो पा रहा है। इसी तरह खून की जांच भी शरीर के विभिन्न रोगों का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। खून की एक ऐसी ही जांच है हेमोग्राम टेस्ट (Haemogram Test), जो खून संबंधी विकारों की पहचान करने में सहायता करता है। यह टेस्ट खून से संबंधित समस्याओं का निदान और उचित उपचार शुरू करने में सहायक होता है। इस लेख में हम हेमोग्राम टेस्ट (Haemogram Test), हेमोग्राम टेस्ट की प्रक्रिया, हेमोग्राम टेस्ट की कीमत (Haemogram Test Cost) आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।

हेमोग्राम टेस्ट क्या है? What is Haemogram Test in Hindi

हेमोग्राम टेस्ट एक प्रकार का रक्त परीक्षण है, जिसमें रक्त के अलग-अलग पैरामीटर को मापा जाता है। यह टेस्ट रक्त की कोशिकाओं की गिनती और उनकी गुणवत्ता को जांचने के लिए किया जाता है। हेमोग्राम टेस्ट के लिए एक विशेष प्रकार के लैब यंत्र का उपयोग किया जाता है, जिससे रक्त से विभिन्न पैरामीटरों को मापा जाता है। यह (Haemogram Test) रक्त संबंधी विकारों जैसे एनीमिया, इन्फेक्शन, रक्त बनने में समस्याएं और अन्य रोगों की पहचान करने में उपयोगी होता है। एक संपूर्ण हीमोग्राम रक्त परीक्षण में मुख्य रूप से लाल रक्त कोशिकाएं (आरबीसी), सफेद रक्त कोशिकाएं (डब्ल्यूबीसी) और प्लेटलेट्स सहित तीन (Haemogram Test Cost) घटकों का परीक्षण शामिल होता है।

Haemogram Test

हेमोग्राम टेस्ट में क्या मापा जाता है? Parameters Measured in Haemogram Test in Hindi

हेमोग्राम टेस्ट (Haemogram Test) में रोगी व्यक्ति के खून से निम्न प्रकार की जांच की जाती हैं –

  • हीमोग्लोबिन स्तर (Hemoglobin level) – हीमोग्लोबिन की मात्रा का मापन।
  • रेड ब्लड सेल्स (RBC) – रक्त में पायी जाने वाली लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या।
  • प्लेटलेट्स (Platelets) – रक्त में पाये जाने वाले प्लेटलेट्स की संख्या।
  • व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) – रक्त में पायी जाने वाली सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या।
  • हेमाटोक्रिट (Hematocrit) – लाल रक्त कोशिकाओं का अनुपात।
  • मायोकार्डियल इन्फार्क्शन (Myocardial Infarction) – मायोकार्डियल इन्फार्क्शन की जांच के लिए उपयोगी पैरामीटर।
  • मीन कोर्पस सेक्युलर वॉल्यूम (Mean Corpuscular Volume – MCV) – रक्त कणिकाओं के औसत आयाम का मापन।
  • मीन कॉर्पस्कुलर हीमोग्लोबिन (Mean Corpuscular Hemoglobin – MCH) – रक्त कणिकाओं के औसत हीमोग्लोबिन की मात्रा का मापन।
  • मीन कॉर्पस्कुलर हीमोग्लोबिन कंसंट्रेशन (Mean Corpuscular Hemoglobin Concentration – MCHC) – रक्त कणिकाओं के औसत हीमोग्लोबिन कंसंट्रेशन का मापन।
  • रेड सेल डिस्ट्रीब्यूशन विड्थ (Red Cell Distribution Width – RDW) – रक्त कोशिकाओं के आकार के विस्तार क्षेत्र का मापन।
  • प्लेटलेट लेवल (Platelet count) – प्लेटलेट के लेवल का मापन।
  • न्यूट्रोफिल नंबर (Neutrophil count) – सफेद रक्त कोशिकाओं में न्यूट्रोफिल की संख्या का मापन।
  • लिम्फोसाइट नंबर (Lymphocyte count) – सफेद रक्त कोशिकाओं में लिम्फोसाइट्स की संख्या का मापन।
  • मोनोसाइट नंबर (Monocyte count) – सफेद रक्त कोशिकाओं में मोनोसाइट की संख्या का मापन।
  • ईजिनोफिल नंबर (Eosinophil count) – सफेद रक्त कोशिकाओं में ईजिनोफिल की संख्या का मापन।
  • बासोफिल नंबर (Basophil count) – सफेद रक्त कोशिकाओं में बासोफिल की संख्या का मापन।

यह पैरामीटर हेमोग्राम टेस्ट में मापे जाते हैं और रक्त के स्वास्थ्य का परीक्षण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह टेस्ट रक्त संबंधी विकारों और बीमारियों की पहचान में मदद करता है, जिससे उचित उपचार (Haemogram Test Cost) की शुरुआत की जा सकती है।

हेमोग्राम टेस्ट का उद्देश्य Purpose of a Haemogram Test in Hindi

हेमोग्राम टेस्ट व्यक्ति के रक्त की स्वास्थ्य और संरचना का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट रक्त के विभिन्न घटकों, जैसे लाल रक्त कणिकाएं (RBCs), सफेद रक्त कणिकाएं (WBCs), प्लेटलेट्स और हीमोग्लोबिन को मापता है। यह (Haemogram Test) टेस्ट विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों और बीमारियों के निदान और मॉनिटरिंग में मदद करता है। हेमोग्राम टेस्ट कराने के मुख्य उद्देश्य निम्न हैं –

एनीमिया का निदान: यह टेस्ट विभिन्न प्रकार के एनीमिया का पता लगा सकता है, जो हीमोग्लोबिन की कमी या लाल रक्त कणिकाओं में कमी के कारण होता है। एनीमिया विभिन्न कारकों, जैसे कीटाणु, विटामिन की कमी, या अन्य संबंधित स्वास्थ्य स्थितियों के कारण हो सकता है।

संक्रमण का पता: सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या में वृद्धि या उनमें परिवर्तन संक्रमण की उपस्थिति का संकेत कर सकते हैं। (Haemogram Test) टेस्ट से बैक्टीरियल, वायरल, या अन्य संक्रमण का पता चल सकता है।

रक्त संबंधी विकारों की मॉनिटरिंग: हेमोग्राम टेस्ट से विभिन्न रक्त संबंधी विकारों, जैसे कि ल्यूकेमिया, थैलेसीमिया और हीमोफिलिया का पता लगाया जा सकता है। यह रोगों की प्रगति की मॉनिटरिंग और उपचार की प्रक्रिया में सहायक होता है।

खून जमने या गलने की समस्याओं का मूल्यांकन: प्लेटलेट और अन्य खून को जमने और रक्त की गतिविधियों का अध्ययन करके, खून जमने या खून गलने की समस्याओं का मूल्यांकन किया जा सकता है।

इस प्रकार हेमोग्राम टेस्ट (Haemogram Test Cost) विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के निदान में और संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Haemogram Test

हेमोग्राम टेस्ट की प्रक्रिया Procedure of Haemogram Test in Hindi

हेमोग्राम टेस्ट की प्रक्रिया बेहद आसान होती है, जिसमें व्यक्ति के खून का सैंपल लिया जाता है और फिर उसे लैब में परीक्षण के लिए भेजा जाता है। इस प्रक्रिया में निम्न चरण होते हैं –

सैंपल लेना: हेमोग्राम टेस्ट (Haemogram Test) के लिए व्यक्ति के शरीर से खून का सैंपल लिया जाता है। सामान्य रूप से रक्त सैंपल वेनीपंक्चर (venipuncture) तकनीक के द्वारा लिया जाता है। इसमें व्यक्ति के हाथ को वायु शून्य करके खून का सैंपल निकाला जाता है। धीरे-धीरे रक्त लेने के बाद एक छोटी से प्रयोगशाला जार या ट्यूब में रक्त सैंपल को संग्रहित किया जाता है।

सैंपल का परीक्षण: रक्त सैंपल को लैब में भेजा जाता है, जहां एक हाईटेक मशीन के माध्यम से इसका परीक्षण किया जाता है। यह मशीन रक्त के विभिन्न पैरामीटर जैसे हीमोग्लोबिन स्तर, रक्त कणिकाएं (RBCs, WBCs, प्लेटलेट्स) और अन्य उपयुक्त जांच की जाती हैं।

परिणाम: परीक्षण पूरा होने के बाद हेमोग्राम टेस्ट के परिणाम प्राप्त होते हैं। इन परिणामों को एक रिपोर्ट के रूप में दर्ज किया जाता है, जिसमें व्यक्ति के रक्त के संदर्भ में विभिन्न मापदंडों का विवरण होता है।

विशेष सलाह या उपचार: अगर रक्त के (Haemogram Test) परिणामों में कोई असामान्यता पाई जाती है, तो चिकित्सक  सलाह देते हैं और उचित उपचार का सुझाव देते हैं।

इस तरीके से हेमोग्राम टेस्ट संचालित किया जाता है और इससे व्यक्ति के रक्त के स्वास्थ्य का मूल्यांकन किया जाता है। हेमोग्राम टेस्ट के नतीजों के आधार पर चिकित्सक उपचार का निर्धारण करते हैं और रोगी के स्वास्थ्य को (Haemogram Test Cost) सुधारने में मदद करते हैं।

हेमोग्राम टेस्ट की कीमत Haemogram Test Cost in Hindi

हेमोग्राम टेस्ट की कीमत (Haemogram Test Cost) स्थान, शहर और चिकित्सा संस्थानों और सुविधा के आधार पर भिन्न हो सकती है। इसका मूल्य आम तौर पर रक्त विज्ञान प्रयोगशाला के पास विभिन्न पैरामीटरों पर टेस्ट किए जाने वाले शोध और विविधता के आधार पर निर्धारित किया जाता है। 

आमतौर पर भारत में हेमोग्राम टेस्ट की कीमत (Haemogram Test Cost) 300 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक हो सकती है, जो स्थान, प्राइवेट और सरकारी संस्थानों पर निर्भर करती है। ध्यान रखें यह सिर्फ एक अनुमान है और वास्तविक कीमत चिकित्सा संस्थान और उनके स्थान के अनुसार बदल सकती है। हेमोग्राम टेस्ट (Haemogram Test) की कीमत को जानने के लिए स्थानीय चिकित्सा संस्थान या विशेषज्ञ से संपर्क करके जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

हेमोग्राम टेस्ट के दौरान सावधानियां Precautions during Haemogram Test in Hindi

हेमोग्राम टेस्ट (Haemogram Test) रक्त परीक्षण करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है, जो व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति जांचने में मदद करता है। इसलिए, इस परीक्षण के सही परिणामों के लिए निम्न सावधानियों का पालन करना चाहिए

अनुशासन के साथ खाना-पीना: टेस्ट के लिए रक्त देने से पहले एक रात पहले से व्यक्ति को अनुशासित भोजन करना चाहिए। व्यक्ति को अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए।

रक्त दान से बचें: यदि आपने हाल ही में रक्त दान किया है, तो हेमोग्राम टेस्ट के लिए रक्त देने से बचें। इस स्थिति में डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए कि टेस्ट को कितने दिन बाद करवाना उचित होगा।

विशेष चिकित्सा स्थिति: यदि आपको किसी विशेष चिकित्सा स्थिति जैसे गर्भावस्था, डायबिटीज हो, तो डॉक्टर से साझा करें।

डॉक्टर की सलाह के बिना दवाओं का सेवन न करें: टेस्ट के पहले अगर आपको किसी चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित दवाएं लेनी हैं, तो उन्हें रेगुलर तरीके से लेना जारी रखें।

टेस्ट से पहले पानी पियें: टेस्ट के दिन व्यक्ति को पर्याप्त पानी पीने का ध्यान रखना चाहिए।

स्वस्थ रहें: टेस्ट के दिन आपको तंदुरुस्त रहना चाहिए। अगर आप बीमार हैं तो अपने टेस्ट करवाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

डॉक्टर के सुझावों का पालन करें: डॉक्टर द्वारा दिए गए सुझावों का पालन करें जैसे कि रासायनिक पदार्थों का सेवन कम करें, पौष्टिक आहार खाएं और नशीले पदार्थों से बचें।

यदि आप हेमोग्राम टेस्ट करवाने के लिए जा रहे हैं, तो (Haemogram Test Cost) इन सावधानियों का पालन करके आप टेस्ट के सही और विश्वसनीय परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

सीबीसी और हेमोग्राम टेस्ट में अंतर Difference Between CBC and Haemogram Test in Hindi

पूर्ण रक्त गणना (CBC) और हेमोग्राम परीक्षण (Haemogram Test) के बीच मुख्य अंतर यह है कि सीबीसी में ईएसआर परीक्षण शामिल नहीं होता है, वहीं हेमोग्राम परीक्षण में सीबीसी और ईएसआर दोनों परीक्षण शामिल होते हैं। इसके अलावा, सीबीसी और हेमोग्राम काफी हद तक समान होते हैं। संक्षेप में सीबीसी और हेमोग्राम परीक्षण एक प्रकार के रक्त परीक्षण हैं जो रक्त कोशिकाओं और समग्र स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने में मदद करते हैं।

Haemogram Test

हेमोग्राम टेस्ट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर Frequently Asked Questions with Answers about Haemogram Test in Hindi

प्रश्न: हेमोग्राम टेस्ट क्या है?

उत्तर: हेमोग्राम टेस्ट रक्त की परीक्षण प्रक्रिया है, जिसमें रक्त की विभिन्न पैरामीटर्स जैसे हेमोग्लोबिन, लाल रक्त कणिकाएं, सफेद रक्त कणिकाएं, और प्लेटलेट्स की मात्रा मापी जाती है।

प्रश्न: हेमोग्राम टेस्ट के लिए भूखा रहना जरूरी है?

उत्तर: नहीं, हेमोग्राम टेस्ट के लिए भूखा रहने की जरूरत नहीं होती है। आप इसे खाली पेट या कुछ खा कर भी करवा सकते हैं।

प्रश्न: हेमोग्राम टेस्ट के लिए रक्त का सैंपल कहां से लिया जाता है?

उत्तर: हेमोग्राम टेस्ट के लिए रक्त सैंपल वेनिपंक्व तकनीक के द्वारा वेन (नस) से लिया जाता है। इसमें अधिकांश व्यक्तियों के हाथ की कलाई के पास की नस से सैंपल लिया जाता है।

प्रश्न: हेमोग्राम टेस्ट में कितना समय लगता है?

उत्तर: हेमोग्राम टेस्ट में बहुत की कम समय लगता है। रक्त सैंपल लेने में लगभग 5-10 मिनट लगते हैं। उसके बाद कुछ घंटों में रिजल्ट आ जाता है। आमतौर पर 4-5 घंटे में लैब से रिजल्ट मिल जाता है।

प्रश्न: हेमोग्राम टेस्ट में कौन-से पैरामीटर्स मापे जाते हैं?

उत्तर: हेमोग्राम टेस्ट में हीमोग्लोबिन, लाल रक्त कणिकाएं, सफेद रक्त कणिकाएं, और प्लेटलेट्स की मात्रा मापी जाती है।

प्रश्न: हेमोग्राम टेस्ट के नतीजों को समझने के लिए कहां संपर्क करें?

उत्तर: हेमोग्राम टेस्ट के नतीजों को समझने के लिए चिकित्सा संस्थान के डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। वे रिपोर्ट को समझेंगे और यदि आवश्यक हो, तो उचित उपचार के लिए सलाह देंगे।

प्रश्न: हेमोग्राम टेस्ट के नतीजे कितने समय तक वैध होते हैं?

उत्तर: हेमोग्राम टेस्ट के नतीजे आम तौर पर एक महीने तक वैध होते हैं। इसके बाद, फिर से टेस्ट करवाने की आवश्यकता होती है।

प्रश्न: हेमोग्राम टेस्ट के नतीजों में असामान्यता के कारण क्या हो सकता है?

उत्तर: हेमोग्राम टेस्ट के नतीजों में असामान्यता के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि इन्फेक्शन, एनीमिया, ब्लड डिसऑर्डर, या किसी और स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या के कारण। यदि आपके नतीजों में असामान्यता दिखाई देती है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उनकी सलाह के अनुसार आगे के कदम उठाने चाहिए।

ध्यान रखें हेमोग्राम टेस्ट (Haemogram Test) रक्त की जांच के लिए एक प्रमुख टेस्ट है। इसकी कीमत (Haemogram Test Cost) स्थान और अस्पताल के प्रकार पर निर्भर करती है।

Disclaimer (खंडन): यह लेख केवल जानकारी के लिए दिया गया है। इसे अपने आप से जोड़कर न देखें और स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा लें और इलाज कराएं, क्योंकि किसी भी रोग का इलाज आपकी उम्र, रोग की गंभीरता, खान-पान, आपके शरीर आदि पर निर्भर करता है।

Author Contribution: Reviewed by Dr. Ram Reddy, MD – General Physician, Dr. Sadiq Mohammed, MD – Orthopedics, and Rajeshwar Rao, Pharm D.

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